On my quest
I feel so confused and restless
Set on fire, my heart explodes
with the pain of separation.
In this struggle, I am caught forever
... unless I go beyond this
‘You’ and ‘I’.
I feel so confused and restless
Set on fire, my heart explodes
with the pain of separation.
In this struggle, I am caught forever
... unless I go beyond this
‘You’ and ‘I’.
अपने अन्वेषण पे ,
भ्रमित हूँ,बेचैन हूँ इतना ....
जैसे भीषण आग पर रखा,
फटे दिल सुलगता
दुःख से कातर वियोगी ...
भंवर में उलझा , फंसा रहता हर पल
जब तलक न पार पाऊं द्वन्द से
'मैं 'और 'तू'के ..
भ्रमित हूँ,बेचैन हूँ इतना ....
जैसे भीषण आग पर रखा,
फटे दिल सुलगता
दुःख से कातर वियोगी ...
भंवर में उलझा , फंसा रहता हर पल
जब तलक न पार पाऊं द्वन्द से
'मैं 'और 'तू'के ..
क्या बात है
ReplyDelete