The way that you spoke left me speechless,
Helpless in the face of your sweetness
I ran from your trap, home to my heart,
But trapped in my heart,
I’m your captive
जिस तरह तुम बोले, मैं रह गया अवाक.
.रह गया असहाय तेरी मधुरता से ,
भागा छुट जाल से तेरे निकल कर ,घर से अपने ह्रदय को,
पर हो गया ज्यूँ कैद फिर भी ह्रदय में
हूँ तेरा कैदी अब तक
Helpless in the face of your sweetness
I ran from your trap, home to my heart,
But trapped in my heart,
I’m your captive
जिस तरह तुम बोले, मैं रह गया अवाक.
.रह गया असहाय तेरी मधुरता से ,
भागा छुट जाल से तेरे निकल कर ,घर से अपने ह्रदय को,
पर हो गया ज्यूँ कैद फिर भी ह्रदय में
हूँ तेरा कैदी अब तक
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