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Thursday, 31 January 2013
Wednesday, 30 January 2013
Brother stand the pain; Escape the poison of your impulses. The sky will bow to your beauty, if you do. Learn to light the candle. Rise with the sun. Turn away from the cave of your sleeping. That way a thorn expands to a rose. A particular glows with the universal.
भाई मेरे कष्ट सह लो ;
न फंसो उद्वेग -विष में।
अमित जो आभा तेरी,
जीतेगी नभ को ,
यदि करे कोशिश तू।
सीख -कैसे दीप में जगती है ज्योति।
जाग जां और बढ़ सूर्य के संग।
नींद की अंधी गुफा से आके बाहर.
इस तरह काँटा बन जाता गुलाब।
व्यक्ति चमकता- बनके समष्टि।।
The blue sky opens out farther and farther,
The daily sense of failure goes away,
the damage I have done to myself fades,
a million suns come forward with light,
when I sit firmly in that world.
गगन नीला फैला है असीमित ,
नित्य का नैराश्य घुलता जाता,
ज़ख़्मी कितना हुआ, भूल जाता,
ज्यूँ करोड़ों सूर्य बढ़ते देने ज्योति,
बैठता सुदृढ़ जब मैं उस जहां में .
Without love,
all worship is a burden,
all dancing is a chore,
all music is mere noise.
All the rain of heaven may fall into the sea.
Without love,
not one drop could become a pearl.
प्रेम बिन ,
प्रत्येक पूजा भार भर है,
नृत्य केवल उछलने सा
संगीत जैसे कि शोर।
स्वर्ग से अवतरित वर्षा जा मिले सिन्धु में ज्यूँ,
प्रेम बिन
न बूंद कोई बन सके मोती कभी भी ..
When you dance
the whole universe dances.
What a wonder,
I’ve looked
and now I cannot look away!
Take me or do not take me,
both are the same –
As long as there is life in this body,
I am your servant.
the whole universe dances.
What a wonder,
I’ve looked
and now I cannot look away!
Take me or do not take me,
both are the same –
As long as there is life in this body,
I am your servant.
नृत्य करते तुम,
तो सृष्टि है थिरकती।
क्या ही अद्भुत!
देखा मैंने और दृष्टि न डिगे अब!
संग लो, न लो, अब न फर्क कोई
-श्वांस जब तक देह में ,
मैं भृत्य तेरा!
I am the Spirit Moon
with no place.
You do not see me for I am hidden
inside the soul.
Others want you for themselves but I call you
back to yourself.
You give me many names but I am
beyond all names.
Sometimes you say I am deceitful
but as long as you are
I will be too.
Until you remain blind and deaf
I will be invisible.
I am the garden of all gardens
I speak as the King of all flowers
I am the spring of all waters.
My words are like a ship and the sea
is their meaning.
Come to me and I will take you
to the depths of spirit.
चन्द्रमा की आत्मा हूँ
न कहीं मेरा निवास
देख सकते तुम न मुझको ,हूँ छिपी
बस आत्मा में .
चाहते हैं अन्य तुमको स्वार्थ के वश ,
किन्तु मैं तुमको मिलाती हूँ तुम्ही से .
नाम कितने दे दो चाहे
हूँ परे हर नाम से मैं ..
कहते तुम कई बार मैं देती हूँ धोखे ,
जब तलक तुम हो ,
तब तक मैं रहूँगी .
हो सके न अंध-वधिर यदि तुम
रहूँगी अदृश्य ही मैं।
मैं हूँ वृन्दावन अनूठी वाटिकाओं से सुसज्जित,
बोलती भाषा ज्यूँ फूलों की हूँ रानी,
निर्झरित मुझ से हैं निर्झर सब जलों के,
शब्द मेरे ज्यूँ हों पोत और सागर
अर्थ उनके,
आओं मेरी ओर ..मैं ले कर चलूंगी
आत्मा की अतल गहरायिओं तक ..
The heart eats a particular food from every companion;
the heart receives a particular nourishment
from every single piece of knowledge.
दिल चुग लेता है कुछ ख़ास हरेक दोस्त से
दिल करता है पूरी कुछ ख़ास ज़रूरत
हर एक इल्मी टुकड़े से ..
or
उर करता कर्षित कुछ अतुल्य संग प्रत्येक सहयात्री के
उर होता है पोषित किसी विशिष्ट तत्व से
ज्ञान के प्रत्येक अंश से ..
Friday, 11 January 2013
be ready
चाहते हो नूर गर तो
हो चलो तैयार पहले
or
ज्योति की यदि ललक तुमको
पहले अपने ह्रदय को तत्पर करो..
you
अचानक ही आगये तुम
और चोरी करली मेरी तीन चीज़ें
धैर्य मेरे ह्रदय का
रंग मेरे चहरे का और
नींद मेरी आँख की
i m always yours
जब उलझ जाओ सभी तुम उलझनों में
उमड़ता एक स्वर -सहेजो मुझे ...
प्रेम हूँ मैं ...,
और हरदम साथ रहता हूँ तुम्हारे........
Thursday, 10 January 2013
The Beloved
when the rose is gone and the garden faded
you will no longer hear the nightingale's song.
the beloved is all;the lover just a veil
the beloved is living;the lover is dead thing.
if love withholds its strengthening care,
the lover is left like a bird without care,
the lover is left like a bird without wings.
how will I be awake and aware
if the light of teh Beloved is absent?
Love wills that this word be brought forth.
प्रियतम
जब झर चलें गुलाब, बगिया लगे उजाड़
सुन पाओ न तुम कोकिल कंठ का गान
प्रियतम ही सर्वस्व ; प्रेमी आवरण भर
प्रियतम ही जीवंत ; प्रेमी तो ज्यूँ मृत
प्रेम, करले यदि अवरुद्ध निज शक्ति दाई हाथ
प्रेमी रह जाता ज्यूँ पक्षी, बिन माँ - तात
प्रेमी रह जाता ज्यूँ पाखी हो बिन पाँख
कैसे जाग सकूंगा ..देखूंगा .. चहुँ ओर ..
यदि ज्योति प्रियतम की न हो ?
प्रेम करे संकल्प ..सृष्टि बढे चहुँ ओर ..
when the rose is gone and the garden faded
you will no longer hear the nightingale's song.
the beloved is all;the lover just a veil
the beloved is living;the lover is dead thing.
if love withholds its strengthening care,
the lover is left like a bird without care,
the lover is left like a bird without wings.
how will I be awake and aware
if the light of teh Beloved is absent?
Love wills that this word be brought forth.
प्रियतम
जब झर चलें गुलाब, बगिया लगे उजाड़
सुन पाओ न तुम कोकिल कंठ का गान
प्रियतम ही सर्वस्व ; प्रेमी आवरण भर
प्रियतम ही जीवंत ; प्रेमी तो ज्यूँ मृत
प्रेम, करले यदि अवरुद्ध निज शक्ति दाई हाथ
प्रेमी रह जाता ज्यूँ पक्षी, बिन माँ - तात
प्रेमी रह जाता ज्यूँ पाखी हो बिन पाँख
कैसे जाग सकूंगा ..देखूंगा .. चहुँ ओर ..
यदि ज्योति प्रियतम की न हो ?
प्रेम करे संकल्प ..सृष्टि बढे चहुँ ओर ..
salvation
there is no salvation for the soul
but to fall in love.
it has to creep and crawl
among the lovers first.
only lovers can escape
from these two worlds.
this was written in creation.
only from the heart
can you reach the sky,
the rose of glory
can only be raised in the heart.
है नहीं मुक्ति कहीं भी आत्मा की
प्रेम में डूबे बिना ..
बहकना है ..रेंगना है
प्रेमियों के बीच पहले .
प्रेमी ही जो विलग रहते
दो जहां से ..
यह नियत था सृजन क्षण से
मात्र ह्रदय ही से
उड़ सकोगे व्योम तक तुम
कीर्ति के गुलाब
उगें बस ह्रदय -धरा में ..
there is no salvation for the soul
but to fall in love.
it has to creep and crawl
among the lovers first.
only lovers can escape
from these two worlds.
this was written in creation.
only from the heart
can you reach the sky,
the rose of glory
can only be raised in the heart.
है नहीं मुक्ति कहीं भी आत्मा की
प्रेम में डूबे बिना ..
बहकना है ..रेंगना है
प्रेमियों के बीच पहले .
प्रेमी ही जो विलग रहते
दो जहां से ..
यह नियत था सृजन क्षण से
मात्र ह्रदय ही से
उड़ सकोगे व्योम तक तुम
कीर्ति के गुलाब
उगें बस ह्रदय -धरा में ..
This world is no match for your love
this world is no match for your love.
being away from you
is death aiming to take my soul away.
my heart, so precious,
I won't trade for a hundred thousand souls.
your one smile takes it for free..
Iयह जगत कुछ भी नहीं,जो प्रेम तेरा
दूर रहना तुझ से यूं ,
ज्यूँ मृत्यु साधे तीर मेरी आत्मा पर
मन मेरा, अनमोल कितना
न मैं बदलूं इसे, कोटि कोटि आत्मा से
तेरी एक मुस्कान हर लेती इसे बेमोल लेकिन
this world is no match for your love.
being away from you
is death aiming to take my soul away.
my heart, so precious,
I won't trade for a hundred thousand souls.
your one smile takes it for free..
Iयह जगत कुछ भी नहीं,जो प्रेम तेरा
दूर रहना तुझ से यूं ,
ज्यूँ मृत्यु साधे तीर मेरी आत्मा पर
मन मेरा, अनमोल कितना
न मैं बदलूं इसे, कोटि कोटि आत्मा से
तेरी एक मुस्कान हर लेती इसे बेमोल लेकिन
There is a place where words are born of silence,
A place where the whispers of the heart arise.
There is a place where voices sing your beauty,
A place where every breath carves your image in my soul.
है कहीं ऐसी जगह जहां , मौन जन्मे शब्द
उस जगह पर जहाँ प्रस्फुटित हो ह्रदय के स्वर
है कहीं ऐसी जगह गूँजे तेरे सौन्दर्य गान वहां पर हर सांस गढ़े तेरी मूर्ति आत्मा पर
Monday, 7 January 2013
Sunday, 6 January 2013
if you pass your night
and merge it with dawn
for the sake of heart
what do you think will happen
if the entire world
is covered with the blossoms
you have labored to plant
what do you think will happen
if the elixir of life
that has been hidden in the dark
fills the desert and towns
what do you think will happen
if because of
your generosity and love
a few humans find their lives
what do you think will happen
if you pour an entire jar
filled with joyous wine
on the head of those already drunk
what do you think will happen
go my friend
bestow your love
even on your enemies
if you touch their hearts
what do you think will happen
काट कर के रात
सुबह से मिला दो
दिल की खातिर
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
यदि निखिल सृष्टि
ढकीं हो पुष्प गण से
जो उगाये तुमने हो अपने यतन से
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
यदि अमृत जीव जग का
जो छिपा है अंध तम में
फ़ैल कर भर दे मरू और नगर सारे
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
यदि किसी तरह
तुम्हारे स्नेह और औदार्य से
पा सकें कुछ जन स्व अस्तित्व का ध्येय
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
यदि उड़ेलो कलश पूरा समूचा
भरा हो जो लबालब प्रेम मधु से
उन मुखों पर जो नशे में धुत्त रहते
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
जाओ मेरे मित्र
बरसाओ मुहब्बत
अपने शत्रु पर भी
छू सके यदि ह्रदय उनके
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
and merge it with dawn
for the sake of heart
what do you think will happen
if the entire world
is covered with the blossoms
you have labored to plant
what do you think will happen
if the elixir of life
that has been hidden in the dark
fills the desert and towns
what do you think will happen
if because of
your generosity and love
a few humans find their lives
what do you think will happen
if you pour an entire jar
filled with joyous wine
on the head of those already drunk
what do you think will happen
go my friend
bestow your love
even on your enemies
if you touch their hearts
what do you think will happen
काट कर के रात
सुबह से मिला दो
दिल की खातिर
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
यदि निखिल सृष्टि
ढकीं हो पुष्प गण से
जो उगाये तुमने हो अपने यतन से
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
यदि अमृत जीव जग का
जो छिपा है अंध तम में
फ़ैल कर भर दे मरू और नगर सारे
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
यदि किसी तरह
तुम्हारे स्नेह और औदार्य से
पा सकें कुछ जन स्व अस्तित्व का ध्येय
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
यदि उड़ेलो कलश पूरा समूचा
भरा हो जो लबालब प्रेम मधु से
उन मुखों पर जो नशे में धुत्त रहते
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
जाओ मेरे मित्र
बरसाओ मुहब्बत
अपने शत्रु पर भी
छू सके यदि ह्रदय उनके
सोचो क्या घट जाएगा फिर ..
Thursday, 3 January 2013
I've lost myself in it
and it has lost itself in me:
No religion,
No dogma,
No conformity,
No guilt,
No shame,
No fear,
No conviction,
No uncertainty remain.
In the middle of my heart,
a star appears,
and the seven heavens
are lost in its brilliance.
- ♥
Rumi
खो दिया मैंने खुदी को
औ खुदी मुझ में गयी खो
न कोई है धर्म,
न सिद्धांत,
न पालन,
न अपराध,
न लज्जा,
न डर,
न अभियोग,
न अनिश्चितता बची है
मध्य मेरे ह्रदय के
चमके सितारा एक
खो गए सातों जहाँ इसकी चमक में .
and it has lost itself in me:
No religion,
No dogma,
No conformity,
No guilt,
No shame,
No fear,
No conviction,
No uncertainty remain.
In the middle of my heart,
a star appears,
and the seven heavens
are lost in its brilliance.
- ♥
Rumi
खो दिया मैंने खुदी को
औ खुदी मुझ में गयी खो
न कोई है धर्म,
न सिद्धांत,
न पालन,
न अपराध,
न लज्जा,
न डर,
न अभियोग,
न अनिश्चितता बची है
मध्य मेरे ह्रदय के
चमके सितारा एक
खो गए सातों जहाँ इसकी चमक में .
Wednesday, 2 January 2013
Dancing is not getting up any time
painlessly like a speck of dust blown around in the wind.
Dancing is when you rise above both worlds,
tearing your Heart to pieces and giving up your Soul.
नाचना है यह नहीं की उठके घुमो धूल कण से संग हवा के ..
नाचना होता कि जब भूलें जहाँ दो ,
टुकड़ा टुकड़ा दिल और खो जाए रूह ..
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