My heart rushes into the garden,
joyfully tasting all the delights.
But reason frowns, disapproving
of the heart's bad manners.
दिल मेरा उड़ जाता मधुमय बगिया में,
रस अनंत आस्वादन करता हो रत।
पर विवेक झुंझलाता , और प्रताड़ित करता ,
दिल को उसके गलत चलन पर .........
joyfully tasting all the delights.
But reason frowns, disapproving
of the heart's bad manners.
दिल मेरा उड़ जाता मधुमय बगिया में,
रस अनंत आस्वादन करता हो रत।
पर विवेक झुंझलाता , और प्रताड़ित करता ,
दिल को उसके गलत चलन पर .........
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