I smile like a flower not only with my lips
but with my whole being
for I am alone with the King and
have lost myself in him .
At dawn your flame seized my heart
but left behind my body .
I will shout and raise havoc until
you come back for me tonight .
My Beloved , do not let anger estrange my heart
be generous , invite me to your feast .
Let no one be deprived of the joy
of your company .
मात्र अधरों से ही न मुखरित मैं सुमन सा
किन्तु अस्तित्व मेरा सारा का सारा
हूँ अकेला सन्निकट क्यूंकि प्रभु के
और उनमें लीन पूरा हो चूका हू.......
भोर की किरणें तेरी दिल ले गयीं
पर मेरे तन को यहीं छोड़े हुए ...
मचाऊंगा शोर , तूफां उठा दूंगा यदि
नहीं आये मेरी खातिर रात तक तुम
प्रेम मेरे ! क्रोध वश न ह्रदय को यूँ त्याग दो
कृपा बरसाओ मिलालो दावतों में
करो न वंचित किसी को भी खुशी से
जो तुम्हारे साथ भर में है मिलती ...
but with my whole being
for I am alone with the King and
have lost myself in him .
At dawn your flame seized my heart
but left behind my body .
I will shout and raise havoc until
you come back for me tonight .
My Beloved , do not let anger estrange my heart
be generous , invite me to your feast .
Let no one be deprived of the joy
of your company .
मात्र अधरों से ही न मुखरित मैं सुमन सा
किन्तु अस्तित्व मेरा सारा का सारा
हूँ अकेला सन्निकट क्यूंकि प्रभु के
और उनमें लीन पूरा हो चूका हू.......
भोर की किरणें तेरी दिल ले गयीं
पर मेरे तन को यहीं छोड़े हुए ...
मचाऊंगा शोर , तूफां उठा दूंगा यदि
नहीं आये मेरी खातिर रात तक तुम
प्रेम मेरे ! क्रोध वश न ह्रदय को यूँ त्याग दो
कृपा बरसाओ मिलालो दावतों में
करो न वंचित किसी को भी खुशी से
जो तुम्हारे साथ भर में है मिलती ...
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