My Heart has become a bird
which searches in the sky.
Every part of me goes in different direction
is it really so?
that the one I love is everywhere? ~R
ह्रदय मेरा जैसे पक्षी ,
खोजता उड़ता निलय में
अंग एक एक खोजता पल पल दिशाएं ,
क्या यही वह ?
क्या जिसे चाहूँ निरंतर ,,....
सब जगह है ?.....
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